Umariya: दो हाथियों की हालत गंभीर, उपचार जारी
Umariya: मध्य प्रदेश के उमरिया जिला स्थित विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र से एक बड़ी घटना निकलकर सामने आई है।
Report by Radha Tiwari, Sidhi.
Umariya: दिन मंगलवार, दिनांक 29 अक्टूबर 2024 को 4 हाथियों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने के बाद दिन बुधवार, दिनांक 30 अक्टूबर 2024 को 3 अन्य हाथियों ने दम तोड़ दिया और दो की हालत गंभीर हो गई।
Churhat: तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने 14 गोवंशों को कुचला
Umariya: घटना की जानकारी बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र के अधिकारियों को मिलते ही प्रशासनिक अमला हरकत में आया और वरिष्ठ अधिकारियों सहित संपूर्ण दल घटना स्थल पर पहुंचा और घटना की जांच शुरू करते हुए बीमार हाथियों का उपचार शुरू कर दिया गया।
Churhat: लोकायुक्त पुलिस ने नगर परिषद चुरहट के लिपिक को रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार
Umariya: संयुक्त संचालक पीके वर्मा से मिली जानकारी के अनुसार हाथियों को विषैला पदार्थ खिलाए जाने की आशंका जताई जा रही है, परंतु! सत्य क्या है? यह है जांच के उपरांत ही पता चल पाएगा। यह घटना बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र के खतौली एवं पतौर कोर क्षेत्र के मध्य स्थित चरकवाह वन्य क्षेत्र की है।
Umariya: मध्य प्रदेश के उमरिया जिला स्थित बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र में जंगली हाथियों ने सन 2018 से कर्नाटक झारखंड एवं छत्तीसगढ़ के मार्ग से आकर अपना आवास बना लिया था। वर्तमान समय में यह सभी हाथी अलग-अलग झुंड में लगभग 70 से 80 की संख्या में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र के अलग-अलग स्थान पर विचरण कर रहे हैं।
Anganwadi: दुर्दशा का दंश झेल रहे सीधी जिले के आंगनबाड़ी केंद्र
Umariya: यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि इन 13 हाथियों का झुंड विचरण करते हुए ग्रामीण अंचलों में पहुंचा होगा, जहां ग्रामीण किसानों के द्वारा अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए फसलों में कीटनाशकों का छिड़काव किया गया था। जिसे हाथियों ने खाया होगा और उनकी मौत हो गई है।
Fire: रीवा सीधी टनल में आग का गोला बना कैप्सूल ट्रक
Umariya: ऐसे में अब जिम्मेदार अधिकारी भी कुछ बोलने से कतराते हुए नजर आ रहे हैं अधिकारी केवल इतना कह रहे हैं कि “अभी पहली प्राथमिकता बीमार हाथियों के उपचार की है, उसके बाद जांच उपरांत ही कुछ कहा जा सकता है।”
Umariya: बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र में सात हाथियों की मौत होने के कारण बांधवगढ़ से लेकर दिल्ली तक हड़कंप मचा हुआ है। वन्य जीव संरक्षण दल ने घटनास्थल पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी है।
Umariya: राज्य वन्य जीव स्वास्थ्य एवं वन्य जीव संस्थान की जबलपुर से टीम बुलाई गई, जो हाथियों का शव परीक्षण कर रही है। कान्हा एवं पेंच से भी पशु चिकित्सकों की टीम बुलाई गई है ताकि मामले को सुलझाने में सहायता मिल सके।
Umariya: घटना की जांच हेतु वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो नई दिल्ली के द्वारा एक विशेष समिति जिसे SIT भी कहते हैं, का गठन किया गया है। घटना की जांच हेतु राज्य स्तर पर भी जांच समिति का गठन किया गया है। इसके अतिरिक्त जांच के लिए स्पेशल टास्क फोर्स के प्रमुख डॉग स्क्वायड टीम के साथ जांच में जुटे हुए हैं।
Revenue: फर्जी तरीके से दूसरे के नाम किया गया जमीन का नामांतरण
Umariya: हालांकि हाथियों की मौत के कारणों का सही पता नहीं चल पाया है। हाथियों की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के कारणों का सही पता शव परीक्षण की रिपोर्ट आने के उपरांत ही चल पाएगा। अधिकारियों के द्वारा हाथियों के शवों को दफनाने के लिए 300 बोरी नमक मंगवाए गए हैं और आगे की वैधानिक कार्रवाई जारी है।